प्रेमिका - ''प्रिये, अगर मैं तुम्हारे साथ शादी न करूं तो क्या तुम आत्महत्या कर लोगे ?''
प्रेमी - ''इसमें पूछने की क्या बात है ! मैं तो हमेशा यही करता हूं।''


एक महिला ज्योतिषी के पास अपना भविष्य जानने पहुंची।
ज्योतिषी : तीन माह बाद आपके पति का साया आपके सिर से उठ जाएगा।
महिला : लेकिन उन्हें मरे हुए चार वर्ष बीत चुके हैं।
ज्योतिषी : अच्छा, तो फिर आप पर आपके पिता की छत्रछाया नहीं रहेगी।
महिला : उन्हें गुजरे हुए भी कई साल बीत गए हैं।
ज्योतिषी : तब आप अपने बड़े भाई की छत्रछाया से वंचित हो जाएंगी।
महिला : लेकिन महाराज, मैं तो अपने मां-बाप की इकलौती संतान हूं।
ज्योतिषी : तो फिर आपका छाता जरूर खो जाएगा।



एक मशहूर समाचार पत्र में छपने वाले साप्ताहिक भविष्यफल की बानगी :
प्रथम सप्ताह - इस हफ्ते आपके जीवन में कोई अनोखी खुशी दस्तक देने वाली है। अचानक धनप्राप्ति के भी योग बन रहे हैं। पूरा सप्ताह मौजमस्ती में गुजरेगा। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
द्वितीय सप्ताह - इस सप्ताह आप एक नई और अद्भुत शक्ति अपने भीतर महसूस करेंगे। वाणी पर नियंत्रण रखने से शत्रुपक्ष की पराजय सुनिश्चित है। प्रेम के मामले में भाग्यशाली रहेंगे।
तृतीय सप्ताह - रोमांस के लिए यह समय आपके लिए शुभ रहेगा। इस हफ्ते कोई सुंदरी आपके जीवन में प्रवेश करने वाली है। इस सुंदरी का सानिध्य आपके लिए सफलताओं के नए द्वार खोल सकता है।
चतुर्थ सप्ताह - इस समय आप स्वयं को ठगा-सा महसूस करेंगे। आपको अचानक आभास होगा कि कोई लगातार पिछले तीन सप्ताह से आपको बेवकूफ बना रहा है।



एक महिला ने अपनी सहेली को जानकारी दी कि वह चौथी बार शादी करने जा रही है।
''बधाई हो!'' सहेली ने खुशी प्रकट करते हुये कहा और पूछा - ''वैसे तुम्हारे पहले पति की मृत्यु कैसे हुई थी?''
''जहरीला खाना खाने से'' महिला ने उत्तर दिया।
''राम राम राम! बेचारा.....!'' सहेली ने अफसोस जाहिर करते हुये कहा ''और दूसरे पति की ?''
''जहरीला खाना खाने से''
''हे भगवान! दूसरे की मौत भी उसी तरह हुई! तीसरा भी शायद जहरीला खाना ............!''
''नहीं, नहीं ! तीसरे की मौत तो गर्दन टूटने से हुई।''
''गर्दन टूटने से?''
''हां! उसने जहरीला खाना खाने से इनकार जो कर दिया था।''